श्री रबीन्द्र नाथ महतो झारखण्ड विधानसभा के आठवें अध्यक्ष के रूप में पहली बार दिनांक 07-01-2020 को सर्वसम्मति से चयनित हुए थे । छठे झारखण्ड विधान सभा के आम चुनाव, 2024 में ये पुनः नाला विधान सभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए और फिर से दिनांक 10 दिसम्बर, 2024 को झारखण्ड विधान सभा के नौवें अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से इनका चयन किया गया । वे वर्तमान में जामताड़ा जिले के नाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा पार्टी के टिकट पर नाला विधानसभा क्षेत्र से 2005, 2014, 2019 और 2024 में झारखण्ड विधान सभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए है । इनका जन्म 12 जनवरी 1960 को फतेहपुर प्रखंड के मोहजोरी गांव में हुआ। पिता स्वर्गीय श्री गोलक बिहारी महतो पेशे से सरकारी शिक्षक एवं माँ स्वर्गीय रूप मंजरी देवी कुशल ग्रहणी थी। सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के उपरांत इन्होंने उड़ीसा से बी०एड० की डिग्री हासिल की।अपनी राजनैतिक जीवन यात्रा झारखण्ड के पृथक राज्य आंदोलन से शुरू की “अबुआ दिसुम अबुआ राज” के नाम पर दिशुम गुरु श्री शिबू सोरेन के आह्वान पर उनके अनन्य शिष्य के रूप में युवावस्था में ही झारखण्ड राज्य गठन आंदोलन की क्रांति में खुद को झोंक दिया।राज्य गठन के आंदोलन के दौरान कई बार जेल की यातनाएं सहनी पड़ी । झारखण्ड क्षेत्र स्वायत्तशासी परिषद के स्थापना काल से ही JAC के सदस्य रहे।माननीय अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो जिस प्रकार से लोकतंत्र की सार्थकता एवं परंपराओं को दृष्टि- पथ पर रखते हुए सदन में फैसले लेते हैं,सदन से बाहर भी ये प्रखर वक्ता और अनुभवी विश्लेषक के रूप में जाने जाते हैं।
इनके ही नेतृत्व में झारखण्ड विधान सभा एक छोटे प्रांगण से 38 एकड़ की नई प्राचीर में स्थानांतरित हुई।वास्तु के नवीनतम प्रयोग एवं टेक्नोलॉजी के अद्वितीय मिलन से स्थापत्य विशालकाय भवन के रुप में जिस प्रकार झारखण्ड विधानसभा का नाम पूरे देश में हो रहा है,उसी प्रकार से माननीय अध्यक्ष द्वारा सदन की परंपराओं एवं कार्यवाही से जनमानस को जोड़ने और समझने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर झारखण्ड विधानसभा टीवी (JVS TV) का इन्होने प्रारंभ करवाया । इस टीवी के माध्यम से राज्य की समस्त जनता सहित देश के युवाओं के बीच अद्यतन विधायी एवं समसामयिक जानकारियां उपलब्ध हो पाती हैं और चलते सत्र में समस्त कार्यवाही का लाइव प्रसारण संभव हो गया है।युवाओं को खेल, संस्कृति एवं राजनीति के क्षेत्र में सजग रखने ,युवा सोच एवं सकारात्मक दृष्टिकोण को दूरदर्शिता के साथ दिशा देने के लिए इन्होंने हमेशा अभिनव प्रयोग किया।इनके नेतृत्व में पूरे देश में पहली बार झारखण्ड विधान सभा पीआरएस [PRS] जैसी ख्याति प्राप्त संस्था के साथ मिलकर के यूथ पार्लियामेंट का सफल आयोजन करवाया।
इनकी पुस्तक “विचारों के ग्यारह अध्याय” प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है, जिसका विमोचन माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा किया गया।यह पुस्तक न केवल इनकी अभिरुचि बल्कि इनकी सोच की समग्रता को दर्शाता है,जो समस्त ब्रह्माण्ड को एक पाठशाला के रूप में निरूपित करता है।
श्री रबीन्द्र नाथ महतो झारखण्ड विधानसभा के आठवें अध्यक्ष के रूप में पहली बार दिनांक 07-01-2020 को सर्वसम्मति से चयनित हुए थे । छठे झारखण्ड विधान सभा के आम चुनाव, 2024 में ये पुनः नाला विधान सभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए और फिर से दिनांक 10 दिसम्बर, 2024 को झारखण्ड विधान सभा के नौवें अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से इनका चयन किया गया । वे वर्तमान में जामताड़ा जिले के नाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा पार्टी के टिकट पर नाला विधानसभा क्षेत्र से 2005, 2014, 2019 और 2024 में झारखण्ड विधान सभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए है । इनका जन्म 12 जनवरी 1960 को फतेहपुर प्रखंड के मोहजोरी गांव में हुआ। पिता स्वर्गीय श्री गोलक बिहारी महतो पेशे से सरकारी शिक्षक एवं माँ स्वर्गीय रूप मंजरी देवी कुशल ग्रहणी थी। सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के उपरांत इन्होंने उड़ीसा से बी०एड० की डिग्री हासिल की।अपनी राजनैतिक जीवन यात्रा झारखण्ड के पृथक राज्य आंदोलन से शुरू की “अबुआ दिसुम अबुआ राज” के नाम पर दिशुम गुरु श्री शिबू सोरेन के आह्वान पर उनके अनन्य शिष्य के रूप में युवावस्था में ही झारखण्ड राज्य गठन आंदोलन की क्रांति में खुद को झोंक दिया।राज्य गठन के आंदोलन के दौरान कई बार जेल की यातनाएं सहनी पड़ी । झारखण्ड क्षेत्र स्वायत्तशासी परिषद के स्थापना काल से ही JAC के सदस्य रहे।माननीय अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो जिस प्रकार से लोकतंत्र की सार्थकता एवं परंपराओं को दृष्टि- पथ पर रखते हुए सदन में फैसले लेते हैं,सदन से बाहर भी ये प्रखर वक्ता और अनुभवी विश्लेषक के रूप में जाने जाते हैं।
इनके ही नेतृत्व में झारखण्ड विधान सभा एक छोटे प्रांगण से 38 एकड़ की नई प्राचीर में स्थानांतरित हुई।वास्तु के नवीनतम प्रयोग एवं टेक्नोलॉजी के अद्वितीय मिलन से स्थापत्य विशालकाय भवन के रुप में जिस प्रकार झारखण्ड विधानसभा का नाम पूरे देश में हो रहा है,उसी प्रकार से माननीय अध्यक्ष द्वारा सदन की परंपराओं एवं कार्यवाही से जनमानस को जोड़ने और समझने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर झारखण्ड विधानसभा टीवी (JVS TV) का इन्होने प्रारंभ करवाया । इस टीवी के माध्यम से राज्य की समस्त जनता सहित देश के युवाओं के बीच अद्यतन विधायी एवं समसामयिक जानकारियां उपलब्ध हो पाती हैं और चलते सत्र में समस्त कार्यवाही का लाइव प्रसारण संभव हो गया है।युवाओं को खेल, संस्कृति एवं राजनीति के क्षेत्र में सजग रखने ,युवा सोच एवं सकारात्मक दृष्टिकोण को दूरदर्शिता के साथ दिशा देने के लिए इन्होंने हमेशा अभिनव प्रयोग किया।इनके नेतृत्व में पूरे देश में पहली बार झारखण्ड विधान सभा पीआरएस [PRS] जैसी ख्याति प्राप्त संस्था के साथ मिलकर के यूथ पार्लियामेंट का सफल आयोजन करवाया।
इनकी पुस्तक “विचारों के ग्यारह अध्याय” प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है, जिसका विमोचन माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा किया गया।यह पुस्तक न केवल इनकी अभिरुचि बल्कि इनकी सोच की समग्रता को दर्शाता है,जो समस्त ब्रह्माण्ड को एक पाठशाला के रूप में निरूपित करता है।